इस दिग्गज के निधन पर दुखी पीएम, सीएम, सोशल मीडिया पर कह डाली बड़ी बात
शताब्दी दिवस समारोह में पीएम को बुलाना चाहते थे कल्याण के संपादक राधेश्याम खेमका

लखनऊ। गीता प्रेस गोरखपुर ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष और कल्याण के संपादक राधेश्याम खेमका के निधन पर प्रधानमंत्री, लोकसभा स्पीकर, गृहमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीटर पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गीता प्रेस के अध्यक्ष और सनातन साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने वाले राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। खेमका जी जीवन पर्यंत विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर व लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने फेसबुक पर शोक संदेश से राधेश्याम खेमका के सामाजिक कार्यों को याद किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राधेश्याम खेमका के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि खेमका जी का जीवन सदैव समाज कल्याण हेतु समर्पित रहा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए अपने शोक संदेश में लिखा है कि गीता प्रेस के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका जी का देवालोकगमन साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने भारत के जन-जन तक सनातन साहित्य को पहुंचाया और भारतीय संस्कृति का संरक्षण व संवर्धन किया।
राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शिव प्रताप शुक्ल ने लिखा कि गीता प्रेस के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका जी के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, कांग्रेस नेता संजय निरुपम, साध्वी निरंजन ज्योति समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री को बुलाना चाहते थे खेमका
गीता प्रेस ट्रस्ट के अध्यक्ष और कल्याण के संपादक राधेश्याम खेमका 2022 में शुरू होने वाले गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने के इच्छुक थे। इस संबंध में उन्होंने अपनी इच्छा भी व्यक्त की थी। गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक डॉ. लालमणि तिवारी सात मार्च को काशी में राधेश्याम खेमका से मिले थे। करीब दो घंटे तक दोनों में गीता प्रेस की पुस्तकों, शताब्दी वर्ष समारोह के आयोजन और अन्य विषयों पर चर्चा हुई। तब राधेश्याम खेमका ने कहा था कि शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री को भी बुलाया जाए। उन्होंने शताब्दी समारोह की रूपरेखा बनाने के लिए कहा था।
खेमका ने शताब्दी वर्ष में एक ग्रंथ भी तैयार किए जाने के बारे में अपनी इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि कल्याण के अभी तक के सभी 95 विशेषांकों के आधार पर एक ग्रंथ तैयार कर शताब्दी वर्ष में प्रकाशित किया जाए। इसके अलावा उन्होंने वृंदावन के मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास से कथा कराने की बात कही थी। डॉ. लालमणि तिवारी ने बताया कि उन्होंने रूपरेखा बनाने के लिए कहा था। अभी शताब्दी समारोह की कोई रूपरेखा नहीं बन पाई है। गीता प्रेस प्रबंधन द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा, उसके अनुसार आगे योजना बनाई जाएगी।