दिग्गज मुख्यमंत्री की बहू बन सकती हैं इस जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष
लखनऊ। भाजपा ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व कैंपियरगंज से विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह को वार्ड नंबर-19 से प्रत्याशी बनाया है। साधना सिंह ने नामांकन भी करा दिया है। अगर साधना जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत गईं तो जिला पंचायत अध्यक्ष की मजबूत दावेदारी पेश करेंगी। साधना सिंह दिग्गज मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह की बहू हैं।
साधना सिंह 2010 से 2015 तक गोरखपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं लेकिन भाजपा की पहली सूची में उनका नाम नहीं था। पार्टी आलाकमान ने सोच-विचार किया, फिर नामांकन के आखिरी दिन चुनाव लड़ाने का एलान कर दिया। इससे उत्साहित साधना ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन भी करा दिया।
भाजपा अपने ही दावों से मुकरी, इसलिए चर्चा को मिला बल
पंचायत चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा ने एलान किया था कि किसी सांसद या फिर विधायक के सगे-संबंधी को टिकट नहीं दिया जाएगा लेकिन यह दावा गोरखपुर में आकर टूट गया। साधना सिंह को प्रोटोकॉल के विपरीत टिकट दिया गया, इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी की चर्चा को बल मिला है।
अब तक पांच महिलाएं रहीं अध्यक्ष, आगे भी राह खुली
गोरखपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष की कमान अभी तक महिलाओं के हाथ रही है। सबसे पहले शोभा साहनी फिर सुभावती पासवान जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं। चिंता यादव, साधना सिंह व गीतांजलि यादव भी जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं।
विरासत में मिली राजनीति
साधना सिंह को राजनीति विरासत में मिली है। ससुर व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के सानिध्य में रहकर राजनीति की जानकारी हासिल की, फिर पति फतेबहादुर सिंह के साथ राजनीति शुरू कर दी। फतेहबहादुर सिंह 1991 से लगातार विधानसभा का चुनाव जीत रहे हैं। बसपा सरकार में वनमंत्री भी बने थे। अब भाजपा की राजनीति कर रहे हैं।
गोरखपुर से उतारे 68 प्रत्याशी
भाजपा ने गोरखपुर के 68 जिला पंचायत वार्डों से प्रत्याशी उतारे हैं। इसमें से सबसे चर्चा वाला नाम साधना सिंह का ही है।