यूपी में बेटियों से दरिंदगी पर मिली मौत की सजा
टूटा योगी सरकार का कहर 193 को आजीवन कारावास भी
लखनऊ। बेटियों के साथ दरिंदगी पर यूपी में बड़ी कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार प्रभावी पैरवी करके कोर्ट से पांच गुनाहगारों को मौत की सजा दिलवाने में कामयाबी रही है।
193 मामलों में आजीवन करावास की सजा दिलाई है।
यूपी में योगी सरकार आने के बाद से महिला अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। 2016 के मुकाबले 2020 में बलात्कार के मामलों में 42.24 फीसदी कमी आई है। माहिलाओं के अपहरण के मामलों में करीब 39 फीसदी कमी रिकार्ड हुई है। 2019 के मुकाबले 2020 में भी बलात्कार की घटनाओं में 27.32 प्रतिशत की कमी आई है। जहां अपराध हुआ वहां कड़ी कार्रवाई की गई। महिलाओं और बलिकाओं के साथ घटित घटनाओं में अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय में साक्ष्यों के आधार पर मजबूत पैरवी की गई। पॉक्सो एक्ट में आजीवन करावास के 193 मामले में 721 को सजा दिलवाई गई है।
सूचना विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बलिकाओं की सुरक्षा तय करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित निर्भया फंड में शमिल देश के आठ शहरों में राजधानी लखनऊ भी शमिल है। निर्भया फंड के तहत योगी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए लखनऊ पुलिस के साथ वीमेन पावर लाइन 1090 और अन्य सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है। प्रदेशभर एंटी रोमियो स्क्वॉड की तैनाती की गइऱई है। महिला पुलिसकर्मियों को सादी वर्दी में जगह-जगह तैनात किया गया है। यूपी डायल 112, इंडिया मोबइल एप रात्रि सुरक्षा कवक्ष योजना,महिला हेल्प डेस्क के साथ चौराहों पर पिंक बूथ बनाए गए हैं।
सड़कों पर शेरनी दस्ता
गोरखपुर की सड़कों पर शेरनी दस्ता रहता है। इस दस्ते में महिला पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया है। हर महिला पुलिस कर्मी को स्कूटी दी गई है। वह फील्ड में भी महिला सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करती हैं। दस्ते की कुछ महिला सिपाही सादी वर्दी में भी घूमती रहती हैं ताकि शोहदों को सबक सिखा सकें।