बलरामपुर में बनकर तैयार हुआ थारू संग्रहालय , सीएम योगी करेंगे उद्घाटन

भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र पचपेड़वा के इमिलिया कोड़र में थारू संस्कृति संग्रहालय बनकर तैयार हो गया है। प्रदेश का पहला यह थारू संग्रहालय 5.5 एकड़ जमीन में 16 करोड़ की लागत से बनाया गया है।
इसका उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। संग्रहालय में थारुओं के हस्त निर्मित उत्पाद, वेशभूषा , वाद्य यंत्र सहित अन्य सामग्रियां रखी जाएंगी। संग्रहालय के माध्यम से थारू संस्कृति की झलक दिखाई जाएगी।
गैसड़ी के पूर्व भाजपा विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने बताया कि थारू समाज के लोग महाराणा प्रताप के वंशज हैं। उनका गौरवशाली इतिहास है। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए सीएम योगी ने उनके प्रस्ताव पर इस संग्रहालय की सौगात दी थी। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। थारू समाज की महिलाएं अपने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य से मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगी।
यह प्रदेश का पहला संग्रहालय होगा, जो थारू संस्कृति पर आधारित होगा। इस संग्रहालय को बनाने के पीछे सरकार की मंशा यह है कि थारू जनजाति के नई पीढ़ी के लोग अपनी सभ्यता और संस्कृति को जानें।
इसके लिए सरकार ने 16 करोड़ रुपए का बजट दिया था। इस पैसे 5.5 एकड़ जमीन में भव्य संग्रहालय बनकर तैयार हो गया है। भारत नेपाल सीमावर्ती इस क्षेत्र में करीब 40 हजार थारू जनजाति के लोग वन ग्रामं व राजस्व ग्रामों में रहते हैं। ऐसे में यह संग्रहालय उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।